IPO Meaning In Hindi|IPO क्या है?

आपने भी न्यूज चैनल या social media पर जरूर सुना होगा कि इस कंपनी का ipo आया है और IPO इतना प्रतिशत subscribe हुआ है और निवेशक को इतना listing gain हुआ है तो आपके भी मन में भी सवाल आया होगा की IPO Meaning In Hindi क्या होता है और ये listing gain, issue size, Price band आदि क्या है तो आप ये पोस्ट अंत तक पढ़े आप इन सब चीजों के बारे में जान जायेंगे।

IPO Meaning In Hindi

IPO Meaning In Hindi
IPO Meaning In Hindi

IPO का मतलब Initial public offering  होता है जिसे हिंदी में आरंभिक सार्वजनिक पेशकश कहते हैं। जब कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार अपने शेयर्स पब्लिक में जारी करती है और पैसे इकट्ठा करती है उसे IPO कहते हैं IPO में रिटेल निवेशक, म्यूचुअल फंड, बैंक आदि निवेश करते हैं। जिससे कंपनी को पैसे मिल जाते हैं और निवेशकों को शेयर मिल जाते हैं।

कंपनी IPO क्यो लाती है?

कंपनी के आईपीओ लाने के बहुत सारे कारण हो सकते है। आईपीओ के माध्यम से कंपनी आम जनता से पैसे इकट्ठा करती है और उसका उपयोग अपने बिज़नेस की जरूरतों के अनुसार अलग अलग तरीके से करती है जैसे

  1. पूंजी जुटने मे :  कंपनी आईपीओ से पूंजी इकट्ठा करती है जिसमें कंपनी को अपने शेयर्स पब्लिक को देने होते है जिसके बदले उन्हें फंड मिल जाते हैं अगर कंपनी बैंक से लोन लेती है तो उसे कोई एसेट्स collateral रखना पड़ता है और इंटरेस्ट भी देना पड़ता है।
  2. Debt की payment : कई बार कंपनी ज्यादा कर्ज ले लेती है और इसे चुकाने के लिए कंपनी के पास पैसे नहीं होते हैं जिसके लिए कंपनी आईपीओ से पैसे इकट्ठा करके कर्ज चुकाती है।
  3. व्यवसाय में वृद्धि के लिए : जब कंपनी अपना बिज़नेस अच्छे से करती हैं जिसमे उसे बड़े बड़े प्रोजेक्ट मिलते हैं जिसे पूरा करने के लिए कंपनी को बिज़नेस बड़ा करना पड़ता है इसलिए इस कंपनी को पैसे की जरूरत होती है तब भी कंपनी IPO लाती है।
  4. दृश्यता और विश्वसनीयता : जब कंपनी IPO लाती है तो वह शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाती है जिसे पब्लिक कंपनी कहा जाता है जिससे उसकी वैल्यू बढ़ जाती है और जब कंपनी को पैसे की जरूरत होती है तो बैंक उसे आसानी से लोन दे देती है।

Types of IPO in Hindi | IPO के प्रकार

Types of IPO In Hindi

IPO के दो प्रकार होते है।

कंपनी अपना आईपीओ किसी भी इस प्रकार से ला सकती है ये कंपनी के ऊपर निर्भर करता है कि वो अपना आईपीओ Fixed Price Method से लाती है या Book Building Method से तो चलिए अब जानते हैं की आईपीओ के प्रकार क्या है।

Fixed price Method : इस तरह के आईपीओ में कंपनी पहले से ही अपने प्राइस को फिक्स्ड कर लेती है जिस प्राइस पर वह पब्लिक को आईपीओ बेचेगी।

उदाहरण मान लीजिए Xyz कंपनी आईपीओ लाती है जिसका प्राइस ₹110 फिक्स रहता है लोगों ने ₹110 पर ही आईपी अप्लाई किया और उन्हें इस दाम पर ही ipo दिया जायेगा।

इसके अनुसार आईपीओ के 50% शेयर रिटेल इनवेस्टर मतलब आम जनता जो लोग ₹2,00,000 से कम आईपीओ में निवेश करते हैं और 50% बड़े इन्वेस्टर के लिए जो आईपीओ में ₹2,00,000 से ज्यादा के IPO के लिए अप्लाई करते हैं।

Book Building IPO: इस तरह के आईपीओ में कंपनी प्राइस का एक रेंज डिसाइड करती है उसके अनुसार निवेशक को आईपीओ दिया जाता है।

उदाहरण : ABC कंपनी आईपीओ लाती है जिसका प्राइस बैंड ₹100 से ₹120 रहता है और applying period के खत्म होने के बाद आईपीओ का फाइनल प्राइस ₹120 डिसाइड हुआ और पब्लिक को इसी प्राइस पर शेयर दिया जायेगा।

Book Building IPO Method मे 35% शेयर रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिज़र्व होते हैं जबकि 15% NII मतलब Non Institutional Investor के लिए और 50% QII यानी Qualified Institutional Investor जिसमें बैंक म्यूचुअल फंड और इन्वेस्टमेंट कंपनी आती हैं इसके लिए रिज़र्व होते हैं।

अभी तक आप Ipo Meaning In Hindi और Ipo के प्रकार के बारे में जान चुके है तो चलिए अभी जानते है कि निवेशक आईपीओ क्यों खरीदता है

निवेशक आईपीओ क्यों खरीदता है?

आईपीओ के माध्यम से निवेशक और ट्रेडर्स शेयर को खरीदते हैं और अच्छे मुनाफ़े कमाने की उम्मीद करते हैं।

ट्रेडर आईपीओ के माध्यम से कम समय में मुनाफा कमाने का उद्देश्य रखते हैं जबकि निवेशक आईपीओ में लंबे समय के लिये सोचकर निवेश करता है।

अगर आप किसी आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं और उसे लंबे समय तक रखना चाहते हैं तो आपको आईपीओ से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए और उस कंपनी के बारे में भी सब कुछ जानना चाहिए कि कंपनी भविष्य में कैसा बिज़नेस करेगा कंपनी का क्या गोल किया है और कंपनी आईपीओ क्यों निकाल रही है।

Types of IPO Investor In Hindi

 IPO में अलग अलग निवेशक मिलकर निवेश करते हैं जो इस प्रकार है

Qualified Institutional Buyer (QIB)

QIB  वह इन्वेस्टमेंट फर्म होते है जो सेबी से रजिस्टर्ड होते हैं जिसमें बैंक म्यूचुअल फंड और इन्वेस्टमेंट कंपनी शामिल है इसके लिए आईपीओ में एक निश्चित प्रतिशत प्रतिशत रिज़र्व रहता है।

Non Institutional Investor (NII)

वह निवेशक जो आईपीओ में 2,00,000 से ज्यादा का निवेश करते हैं जिसमें हाई नेटवर्क वाले निवेशक और कॉर्पोरेट बॉडी शामिल होते हैं इसके लिए भी आईपीओ के अनुसार निश्चित शेयर बुक रहता है।

Retail Investors

हम लोग की तरह आम जनता जो आईपीओ में निवेश करते हैं उसे रिटेल इनवेस्टर कहते हैं रिटेल इनवेस्टर 2,00,000 से ज्यादा IPO में निवेश नहीं कर सकते हैं।

Important Dates Of IPO In Hindi

आईपीओ announce होने से लेकर विवेशक के Demat account में आने तक कुछ दिन लग जाते हैं इन दिनों को अलग अलग नाम दिया गया है इसे IPO Timeline कहते हैं तो चलिए आईपीओ टाइमलाइन के बारे में जानते हैं।

Open/ close Date : जब भी कोई आईपीओ आता है उसमें दो डेट दिए होते हैं open date और close date। open date मतलब जिस दिन से निवेशक आईपीओ के लिए अप्लाई कर सकते हैं और close date तक ही apply कर सकते हैं इसके बाद ipo बंद हो जाता है।

Allotment Date : जिस दिन निवेशक को पता चलता है की IPO उसे allot किया गया है की नही।

Refund Date : वह तारीख जब निवेशक का पैसा वापस किया जाता है जिनको IPO नहीं मिलती है।

Credit To Demat Account Date : वह तारीख जिस दिन निवेशक के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट किया जाता है उसे क्रेडिट टू डीमैट अकाउंट डेट कहते है।

Listing Date :इस दिन कंपनी का शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होता है उसके बाद उस शेयर में trading शुरू हो जाती है।

How To Check Upcoming IPO In Hindi

आप अपने डीमैट अकाउंट के ब्रोकर के वेबसाइट या फिर Moneycontrol जैसी वेबसाइट और एप्लीकेशन से आईपीओ की जानकारी ले सकते है जिसमे आपको IPO की लिस्ट मिलेंगे उसमें आने वाले आईपीओ और जो ipo मार्केट में लिस्ट हो चूके है उन सबकी जानकारी मिल जाएगी MONEYCONTROL पर क्लिक करके आप IPO लिस्ट देख सकते हैं।

आईपीओ में निवेश करने से पहले महत्वपूर्ण चीजें जान लें

अगर आप आईपीओ में long term के लिए निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

  1.  सबसे पहले आपको कंपनी के बारे में पूरी जानकारी लेनी है कि कंपनी का बिज़नेस क्या है कंपनी प्रॉफिट में है ये लॉस में।
  2. कंपनी कौन सा बिज़नेस करती है और भविष्य में उसकी डिमांड रहेंगी कि नहीं जिससे कंपनी को फायदा होगा।
  3. कंपनी IPO क्यों ला रही है अपनी तरक्की के लिए, कर्ज चुकाने के लिए या फिर निवेशक को Exit देने के लिए। और आईपीओ के पैसे को कंपनी किस तरह से उपयोग करेगी ये जानकारी बहुत जरूरी होती है।
  4. किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी मैनेजमेंट के बारे में और कंपनी की फ्यूचर गोल को जान लेना चाहिए।
  5. IPO लाने से पहले ये कंपनी प्राइवेट रहती है इसके बारे में आपको कम जानकारी मिलेगी इसलिए आईपीओ के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए आप DRHP और RHP को पढ़ना चाहिए।

Pe Ratio Meaning In Hindi Read More…..

How To Invest In IPO In Hindi

किसी भी कंपनी को IPO में अप्लाई करने के लिए आपको Demat Account होना जरूरी होता है क्योंकि डीमैट अकाउंट्स में ही शेयर रखा जाता है।

आप किसी भी स्टॉक ब्रोकर से डीमैट अकाउंट आसानी से खोल सकते हैं डीमैट अकाउंट खोलने के बाद उससे ipo में अप्लाई करने के साथ साथ लिस्टेड कंपनी के शेयर भी खरीद सकते हैं और Trading भी कर सकते हैं।

IPO से जुड़ी महत्त्वपूर्ण शब्द

जब किसी कंपनी का IPO आता है तो आपको ये words जरूर सुनने को मिलेंगे। जो नीचे दिए हुए है तो इसके बारे में जानते हैं

Issuer : जो कंपनी अपना आईपीओ लाती है उसे Issuer कहते हैं।

Underwriter : अंडरराइटर वह होता है जो आईपीओ को मार्केट में लिस्ट करने में उस कंपनी की मदद करता है।

Price Band : वह दाम जो कंपनी द्वारा आईपीओ का price जारी किया जाता है जिसमे कम से कम और ज्यादा से ज्यादा प्राइस दिया होता है

उदाहरण : 100 से ₹120 के बीच

Issue Size : इसमें यह बताया जाता है कि कंपनी आईपीओ से कितना पैसा इकट्ठा करती है जिसे शेयर की संख्या को, शेयर के दाम से गुना करके निकाला जाता है।

Lot Size : जब कंपनी IPO लाती है तो निवेशकों के लिए एक lot size सेट करती है जिसमे निवेशक एक शेयर नही ले सकता है उसको एक lot लेना पड़ता है जिसमे निश्चित शेयर होते हैं निवेशक ऐसे कई सारे lot में अप्लाई कर सकता है।

 IPO Subscription : मतलब कंपनी के आईपीओ में कितने लोगों ने अप्लाई किया है ये हमें IPO subscription देखकर पता चलता है।

मान लीजिए कंपनी ने ₹100, करोड़ का आईपीओ लाया है और उससे ज्यादा लोगों ने अप्लाई किया है तो वो oversubscription कहलाता है उसी तरह अगर कम लोगों ने आईपीओ मे अप्लाई किया है तो उसे Under Subscription कहते है।

Listing Gain : जिस दिन IPO स्टॉक मार्केट में लिस्ट होता है और उस दिन निवेशक को जो रिटर्न मिलता है उसे listing gain कहते हैं।

OFS : इसका मतलब Offer For Sale होता है जब कोई कंपनी अपने मौजूदा निवेशक को Exit दिलाने के लिए IPO लाती है उसे OFS कहते हैं।

DRHP : DRHP का फुल फॉर्म Draft Red Herring Prospectus होता है जिसमें कंपनी IPO लाने से पहले अपनी सारी जानकारी SEBI को Draft बना कर देती है जिसे DRHP कहते हैं।

RHP: जब SEBI DRHP को Approve कर देता है तो वह RHP कहलाता हैं।

FAQ (IPO Meaning In Hindi)

Q1.IPO Meaning In Hindi

IPO Meaning In Hindi : Initial public offering  होता है जब कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार अपने शेयर्स पब्लिक में जारी करती है यानि शेयर मार्केट में लिस्ट करती है उसे IPO कहते है।

Q2.IPO Fullform

IPO का fullform English मे Initial public offering  होता है। और IPO को हिंदी मे आरंभिक सार्वजनिक पेशकश कहते हैं।

Q3. IPO के प्रकार

Ipo दो प्रकार के होते है।
1 Fixed Price Ipo Method
2 Book Building Ipo Method

Q4.क्या सभी आईपीओ सफल होते हैं?

नही सभी IPO सफल नहीं होते है क्योंकि कभी कभी कंपनी का मूल्यांकन सही से नहीं होता है है जिसके कारण कंपनी लिस्ट होने के बाद उसकी price कम हो जाती है और निवेशक को नुकसान हो जाता है।

Q5.How to check IPO Allotment Status in Hindi

IPO का allotment आप exchange ,registrar, के वेबसाईट से Check कर सकते है । Exchange से Check करने के लिए आपको BSE पर क्लिक करना है वहां आप अपने pan card और application no से Allotment चेक कर सकते है।

Q6.आईपीओ कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं?

IPO apply करने के लिए आपको Demat Account की अवश्यकता होगी जिससे आप IPO मे अप्लाई कर सकते है और अगर आपको ipo मिल जाता है तो आपके demat account मे शेयर आ जाते है और उसे आप लिस्टिंग के बाद बेच सकते है।

Conclusion (Ipo Meaning In Hindi)

दोस्तो आपको इस लेख IPO Meaning In Hindi से आईपीओ के बारे में संपूर्ण जानकारी मिली होगी जैसे Ipo क्या है, IPO कितने प्रकार के होते है, कंपनी आईपीओ क्यो लाती है, और आप Ipo कैसे ले सकते है।

उम्मीद है इस लेख (Ipo Meaning In Hindi) को पढ़ के आप आईपीओ के बारे में सब कुछ जान गए होंगे और किसी भी ipo को देख के उसके बारे में जान सकते है अगर ये पोस्ट आपको अच्छा लगा तो इस अपने दोस्तो मे शेयर करे और अगर और कुछ जानना है तो हम कमेंट में जरूर बताएं।

धन्यवाद

अन्य पोस्ट

SME IPO Meaning In Hindi

Debenture Meaning In Hindi

Leave a comment