आपने भी बहुत बार न्यूज चैनल सोशल मीडिया या अपने दोस्त से शेयर बाजार के बारे में जरूर सुना होगा तो आपके मन में भी सवाल आया होगा की ये Share क्या होता है?
Share मतलब हिस्सेदारी होती है जिसका मतलब किसी चीज में हिस्सेदारी होना लेकिन शेयर बाजार में शेयर का मतलब वह share होता है जो कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट करती है आज के इस लेख में हम इसी शेयर के बारे में विस्तार से जानेंगे जैसे share meaning in hindi, Types Of Share In Hindi, और आप share कैसे खरीद सकते है तो चलिए पहले जानते है :-
Share मतलब अंश या हिस्सा होता है जो किसी कंपनी का सबसे छोटा हिस्सा होता है जिसे कंपनी शेयर मार्केट में जारी करती है और पैसे इकट्ठे करती है
यानि कंपनिया अपने कंपनी के छोटे छोटे हिस्से को शेयर मार्केट पर लिस्ट करती है जिसे निवेशक शेयर को खरीदते है और उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है अब कंपनी जब भी प्रॉफिट करेगी या शेयर की कीमत बढ़ेगी तो निवेशक को फायदा होगा।
कंपनी पहली बार अपने शेयर को शेयर मार्केट जैसे Nse और Bse मे लिस्ट करती है उसे IPO कहते है जिसके लिए कम्पनी को अपनी रिपोर्ट जैसे DRHP देना होता है जिसमे कंपनी की सारी जानकारी होती है
उसके बाद sebi के अप्रूवल और सारी नियम का पालन करने के बाद कंपनी लिस्ट होती है अगर आप Ipo के बारे मे विस्तार से जानना चाहते है तो ये आर्टिकल पढ़े। IPO Meaning In Hindi
Share का मतलब हिस्सेदारी होती है जैसे अगर आप किसी के साथ बिजनेस शुरू करते है जिसमे आपका भी हिस्सेदारी होती यानी आपका शेयर है उसमे उसी तरह शेयर मार्केट में भी कंपनी अपना शेयर लिस्ट करते है जिसके बाद निवेशक उस शेयर को खरीदते है और उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है।
मानलीजिये आपने शेयर मार्केट से ABC कंपनी की शेयर खरीदे है तो कम्पनी के आप हिस्सेदार बन जाते है जितने भी शेयर आपने खरीदे है उसके अनुसार।
कंपनी शेयर क्यो बेचती है
कंपनी पैसे के लिए शेयर बेचती है। कंपनी को बिजनेस बढ़ाने, कर्ज चुकाने,या कैपिटल आदि के लिए अपना शेयर बेचती है लेकिन ज्यादातर कंपनी को अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है।
जिसके लिए कंपनी अपना Ipo लाती है जिससे शेयर स्टॉक मार्केट पर लिस्ट हो जाती है और निवेशक उसमे निवेश और ट्रेड कर सकते है।
Share के मुख्यता तीन प्रकार के होते है।
- Equity Share
- Preference Share
- DVR Share
जब कंपनी अपना शेयर एक्सचेंज पर लिस्ट करती है और अपना ownership dilute करते है Equity Share कहलाता है इक्विटी शेयर सबसे ज्यादा ट्रेड किए जाते है क्योंकि ज्यादातर कंपनी अपना इक्विटी शेयर ही निकालती है।
Equity शेयर के बाद preference Share का नाम आता है इन दोनो में ज्यादा अंतर नही है। Preference Share मे fixed return मिलता है जो पहले से दिया जाता है और इसमें इक्विटी की तुलना में कम रिस्क होता है।
DVR का Full Form Differential Voting Right होता है जिसे इक्विटी शेयरहोल्डर की तरह लाभ तो मिलते है लेकिन वोटिंग राइट्स नही होते है
ऐसा नहीं है की इसमें वोट का अधिकार नहीं रहता है लेकिन इसमें सुनिचित होते है कि वोटिंग करने का अधिकार दिया जाएगा तभी वोट कर सकते है।
अगर आप शेयर खरीदना चाहते है जिसके लिए आपके पास Demat account होना जरूरी है जिसे आप किसी भी ब्रोकर से खोल सकते है जिसे आप UPSTOX में अपना demat Account खुलवा सकते है जिसके लिए आपको UPSTOX पर क्लिक करके एप्लीकेशन डाउनलोड करना है और अपना डॉक्यूमेंट वेरिफाई करना है जिसके बाद आपका Demat Account खुल जाता है।
जिसके बाद आप upstox से कोई भी शेयर खरीद सकते है जो शेयर मार्केट पर लिस्ट रहती है उसमे आप निवेश कर सकते है ट्रेडिंग कर सकते है।
शेयर बाजार की बहुत विशेषता है जो इसे अन्य इन्वेस्टमेंट से अलग करती है जैसे:-
Liquidity: लिक्विडिटी मतलब तरलता होता है यानी कोई भी एसेट्स जितना लिक्विडेट होता है उसे आप उतनी जल्दी पैसे में बदल सकते है मतलब आप शेयर को आसानी से खरीद और बेच सकते है।
Ownership: अगर आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते है तो आप उस खरीदे गए शेयर के अनुसार उस कम्पनी के उतने हिस्से के मालिक बन जाते है और आने वाले समय में अगर कंपनी ग्रो करती है तो आपको भी फायदा होता है।
Return: अगर आप किसी फिक्स्ड डिपॉजिट या बॉन्ड आदि में निवेश करने की तुलना में अधिक रिटर्न मिलता है जिसके लिए आपको अच्छे से रिसर्च करके किसी अच्छी कंपनी का शेयर खरीद सकते है जिसमे आपको अच्छे रिटर्न के साथ साथ Dividend भी मिलेंगे।
Equity Share Meaning In Hindi | Preference Share Meaning In Hindi | |
Meaning | इक्विटी शेयरहोल्डर कंपनी के हिस्सेदार होते है | जबकि प्रिफरेंस शेयर के पास कंपनी का प्रेफरेंशियल राइट रहता है |
Return | Equity shareholder को शेयर के दाम बढ़ने पर मुनाफा होता है जो की कितना भी हो सकता है यानी ये फिक्स्ड नही रहता है । | preference shareholder को एक निश्चित डिविडेंड राशि दी जाती है। |
Dividend | Equity shareholder को कंपनी के प्रॉफिट के अनुसार डिविडेंड दिया जाता है | जबकि preference shareholder को डिविडेंड देना ही पड़ता है। |
Voting Rights | Equity शेयरहोल्डर के पास वोटिंग का अधिकार होता है जिससे वो कंपनी के ऐनुअल मीटिंग में वोट कर सकते है | Preference shareholder के पास voting का अधिकार नही होता है। |
Risk | Equity शेयर अधिक रिस्की होता है | जबकि preference share मे कम रिस्क होता है। |
Liquidity | Equity share को आप आसानी से खरीद और बेच सकते है इसमें अधिक लिक्विडिटी होती है। | Preference Share मे कम तरलता होती है। |
Answer:- शेयर का मतलब हिस्सेदारी होती है ।शेयरमार्केट में कंपनी अपना शेयर लिस्ट करती है जिससे निवेशक खरीदते है जिसके बाद खरीदे गए शेयर के अनुसार वो उतने हिस्से के कंपनी में मालिक बन जाते है।
Q2. शेयर के कितने प्रकार है?
Answer:- Share के तीन प्रकार होते है।
1. Equity Share
2. Preference Share
3. DVR Share
Answer:- DVR शेयर का Full Form होता है Share With Differential Voting Rights.
Q4. आप शेयर कैसे खरीद सकते है?
Answer:- share खरीदने के लिए आपके पास Demat Account होना जरूरी है जिसके द्वारा आप शेयर खरीद और बेच सकते है आप किसी भी Discount Broker जैसे Angleone,Upstox,Groww आदि मे खोल सकते है।
Share का मतलब अंश या हिस्सा होता है जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते है जिससे आप उसके हिस्सेदार बन जाते है।और इस लेख share Meaning In Hindi से आप सीखे कि शेयर कितने प्रकार के होते है और आप शेयर कैसे खरीद सकते है।
उम्मीद है आपको इस पोस्ट share Meaning in hindi पसंद आया होगी और शेयर के बारे में सब कुछ जानने को मिला होगा अगर ये लेख अच्छा लगा तो शेयर करे और अपनी राय और सवाल कमेंट जरुर करे।
धन्यवाद